कोरोना काल में स्वाद और सुगंध को लेकर भी खूब बातें हुईं। कोरोना पाजीटिव मरीजों की घ्राण शक्ति तथा स्वाद ग्रंथियां काम करना बंद कर देती हैं। इसलिए उन्हें अपना आसपास मौजूद चीजों, जिसमें भोजन भी शामिल है, की गंध नहीं आती। भोजन का भी स्वाद लेने में वे असमर्थ रहते हैं। दरअसल यह एनोस्मिया है। इसके कारणों को तलाश कर इलाज करना जरूरी होता है।
एनोस्मिया चोट के कारण या किसी बीमारी के लक्षण के रूप में उभर कर सामने आ सकती है। यह जन्मजात भी हो सकता है। जन्मजात एनोस्मिया का कोई इलाज अब तक नहीं है पर अन्य कारणों से होने वाले एनोस्मिया को ठीक किया जा सकता है।
सर्दी खांसी में अकसर नाक बंद हो जाती है और जीभ पर भी सफेद पपड़ी जम जाती है। इसके कारण एक तरफ जहां सूंघने की शक्ति जाती रहती है वहीं दूसरी तरह भोजन का भी स्वाद नहीं मिलता। सर्दी खांसी ठीक होने के साथ ही इसके लक्षण अपने आप चले जाते हैं। फौरी राहत के लिए स्टीम लिया जा सकता है या चिकित्सक की सलाह पर दवाइयां ली जा सकती हैं।
एनोस्मिया के कुछ सामान्य कारण इस प्रकार हैं
- नाक मार्ग में रुकावट
- नासिका मार्ग में सूजन
- नाक बंद होना
- सर्दी, फ्लू या साइनसाइटिस
- इंफ्लुएंजा या फ्लू
- नाक मे होने वाली एलर्जी या एलर्जिक राइनाइटिस